एक व्यक्ति एक विचार के लिए मर सकता है, लेकिन वह विचार उसकी मृत्यु के बाद एक हजार जीवन में अवतरित होगा।
भारत की नियति में अपना विश्वास कभी न खोएं। पृथ्वी पर ऐसी कोई शक्ति नहीं है जो भारत को बंधन में बांध सके। भारत आजाद होगा, वो भी जल्द।
यह खून ही है जो स्वतंत्रता की कीमत चुका सकता है। तुम मुझे खून दो मेँ तुम्हे आजादी दूंगा।
अपनी आजादी की कीमत अपने खून से चुकाना हमारा कर्तव्य है।
केवल शुद्ध राष्ट्रवाद और पूर्ण न्याय और निष्पक्षता के आधार पर ही भारतीय मुक्ति सेना का निर्माण किया जा सकता है।
यह मत भूलो कि अन्याय और गलत के साथ समझौता करना सबसे बड़ा अपराध है। शाश्वत नियम को याद रखो: यदि तुम पाना चाहते हो, तो तुम्हें देना ही होगा।
अपने देश के प्रति हमेशा वफ़ादार रहने वाले, अपने प्राणों की आहुति देने के लिए हमेशा तैयार रहने वाले सैनिक अजेय होते हैं।
यदि संघर्ष न हो - यदि कोई जोखिम न उठाना पड़े तो जीवन अपना आधा रस खो देता है।
आखिरकार, हमारी कमजोर समझ को पूरी तरह से समझने के लिए वास्तविकता बहुत बड़ी है। फिर भी, हमें अपने जीवन का निर्माण उस सिद्धांत पर करना है जिसमें अधिकतम सत्य समाहित हो।
अगर मुझमें सेंस ऑफ ह्यूमर नहीं होता, तो मैं बहुत पहले ही आत्महत्या कर चुका होता।